चिकनगुनिया(Chikanguniya) :- क्या है? कैसे फैलता है , लक्षण , उपचार एव बचाव के घरेलु उपाय - ONI

चिकनगुनिया क्या है:-

चिकनगुनिया क्या है,कैसे फैलता है, चिकनगुनिया के लक्षण क्या है तथा इससे बचने के घरेलू उपाय इन सब के बारे में सही जानकरी प्राप्त करने के लिए पोस्ट को पूरी पढ़े चिकनगुनिया मानसून के मोसम में होंने वाली बीमारियों में से एक है चिकनगुनिया  बीमारी का लोगो के दिलो में डर बेठ गया है ,जिसका कारण लोगो के पास चिकनगुनिया  के  बारे में सही जानकारी का नहीं होना है  चिकनगुनिया का सबसे पहला मरीज  1952 में दक्षिण तंजानिया  में  देखा गया था यहा से चिकनगुनिया  पूरी दुनिया में फेलने लगा 2006  के करीब चिकनगुनिया के कई मरीज भारत में भी मिले 

चिकनगुनिया मनुष्यो में संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है जब संक्रमित मच्छर स्वस्थ मनुष्य को काटता है  तब व्यक्ति चिकनगुनिया से संक्रमित हो जाता है

चिकनगुनिया के क्या लक्षण होते है ,चिकनगुनिया क्यों फैलता है, किस तरह यह फैलता है कैसे चिकनगुनिया से बचा जा सकता है क्या-क्या सावधानिया हमें चिकनगुनिया होने पर रखनी चाहिए किस तरह का खाना चाहिए तथा चिकनगुनिया के बचाव के घरेलु उपाय आदि सभी सवालों  के जवाब तथा  चिकनगुनिया के बारे में  विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे

     

    चिकनगुनिया कैसे फैलता है:- 

    चिकनगुनिया एक मच्छर संक्रमित बीमारी है, जो एक विशेष प्रकार की प्रजाति के होते है जिनमे मुख्यतः एडीज  प्रजाति और एलबोपिकटस  मच्छर शामिल होते है ये मच्छर जब स्वस्थ व्यक्ति को काटते है तो व्यक्ति चिकनगुनिया से संक्रमित हो जाता है और जब संक्रमित व्यक्ति को मच्छर काटता है तब मच्छर संक्रमित व्यक्ति से चिकनगुनिया को लोगो में  फैलता है


    चिकनगुनिया के क्या लक्षण होते है:- 

    चिकनगुनिया के कुछ लक्षण डेंगू और जीका के जैसे होते है चिकनगुनिया के मुख्यतः निम्नलिखित लक्षण होते है  जिनकी सही पहचान करना जरुरी है

    • तेज बुखार का होना:- सबसे पहले तेज बुखार का होना चिकनगुनिया का लक्षण है  चिकनगुनिया में बुखार 102 डिग्री सेल्सियस से 105 डिग्री सेल्सियस तक हो जाता है यह बुखार 7 से 10 दिन तक रह सकता है
    • जोड़ो में तेज दर्द का होना:- चिकनगुनिया से संक्रमित व्यक्ति में ये आम लक्षण होते है। पूरा शरीर दर्द करने लग जाता है। जोड़ो में तेज दर्द बढता ही जाता है। साथ ही कई बार दर्द के साथ सूजन भी होती है। ये दर्द इतना ज्यादा होता है, की व्यक्ति हाथ -पैर  भी बड़े मुस्किल से हिला पाता है। इसका सही इलाज नही होने पर यह जीवन भर  के लिए शरीर के अंगो में रह जाता है।  

    • शरीर पर रैशे  या चकत्ते बनना:- कुछ ही चिकनगुनिया से संक्रमित लोगो में यह लक्षण देखने को मिलते है। जिनके शरीर पर  चकत्ते पड़ने  लग जाते है। ये चकत्ते व्यक्ति के चहरे पर या हथेली पर या जांघो पर होते है।      

    चिकनगुनिया(Chikanguniya)
    चिकनगुनिया(Chikanguniya) चकते 



    •  तेज सिर दर्द होना  
    • मांसपेशियों में खिंचाव  और दर्द का होंना
    •  चक्कर आना
    • बार-बार उल्टी जैसा महसूस होंना तथा उल्टी होना 


    चिकनगुनिया का टेस्ट:-

    चिकनगुनिया के लिए टेस्ट किये जाते है जिनसे सुनिश्चित किया जाता है की व्यक्ति चिकनगुनिया से संक्रमित है या नही जैसे:- रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पोलिमिरेस चेन रिएक्शन - RT-PCR (reverse transcription polymerase chain reaction - RT-PCR )  जिसकी  सहायता से चिकनगुनिया का पता लगाया जाता है | 


    चिकनगुनिया का इलाज:-

    चिकनगुनिया का इलाज समय पर करवाना जरुरी है तथा सही इलाज ही चिकनगुनिया से बचा सकता हैचिकनगुनिया ऐसी बीमारी है जो कुछ ही दिनो में ठीक हो जाती है। लेकिन इसका असर कई सालो तक रहता है चिकनगुनिया में जोड़ो तथा हड्डियों में होने वाला दर्द लम्बे समय तक ठीक नही होता हैचिकनगुनिया का अभी तक कोई इलाज नही है और चिकनगुनिया के इलाज का मुख्य उद्देश्य इसके लक्षणों में राहत के लिए किया जाता है जैसे तेज बुखार को कम करने के लिए डोलो - 650, दर्द  के लिए डायक्लोफीनाक आदि का उपयोग किया जाता है तथा चिकानगुनिया में आयुर्वेदिक इलाज काफी समय तक संभव हो जाता है 


    चिकनगुनिया में खाने का ध्यान रखे जिसमे निम्न चीजे शामिल करे जैसे :-

    • तरल खाध्य पदार्थ को खाने में शामिल करे 
    • चिकनगुनिया में पत्ते वाली सब्जियों का  ज्यादा से ज्यादा खाने में सामिल करे 
    • फलो में सेव केला और भी फलो को डॉक्टर की सलाह से अपने खाने में शामिल करे। 


    चिकनगुनिया के उपचार के लिए घरेलू उपाय:-

    शहद और निम्बू चिकनगुनिया में बहुत कारगर है शहद और निम्बू का गर्म पानी के साथ सेवन करने से रोगप्रतिरोधक क्षमता बढती  है

    चिकनगुनिया में  तरल पदार्थो का अधिक से अधिक सेवन करे

    ओमेगा -3 फैटी  एसिड युक्त आहार का सेवन करे यह दाल, अखरोट तथा अलसी में मिलता है

    चिकनगुनिया में केले का सेवन  करे

    नारियल पानी का भी अधिक से अधिक सेवन करे


    इसके साथ ही डॉक्टर से संपर्क करे तथा डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाई और सलाह का अनुसरण करे

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